उपराष्ट्रपति चुनाव 2025: CP Radhakrushnan की बड़ी जीत और इंडिया गठबंधन की हार

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उपराष्ट्रपति चुनाव 2025: CP Radhakrushnan की बड़ी जीत और इंडिया गठबंधन की हार

In the 2025 Vice Presidential election, NDA candidate C.P. Radhakrishnan became India’s 15th Vice President. INDIA alliance faced a major defeat as cross-voting raised big questions.(Image Source- Internet)

प्रस्तावना

9 सितम्बर, मंगलवार को हुए उपराष्ट्रपति पद के चुनाव ने देश की राजनीति में नई हलचल मचा दी। एनडीए उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन ने बाजी मारते हुए भारत के 15वें उपराष्ट्रपति का पद हासिल किया। वहीं इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी को करारी हार झेलनी पड़ी।

लेकिन इस चुनाव में सिर्फ जीत-हार ही नहीं, बल्कि क्रॉस वोटिंग, टूटे हुए सांसदों और गठबंधन की रणनीति पर भी खूब चर्चा हो रही है।

मतदान का पूरा लेखा-जोखा

  • चुनाव की शुरुआत सुबह 10 बजे हुई। सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वोट डाला।
  • शाम 5 बजे तक मतदान संपन्न हुआ।
  • 781 सांसदों में से 767 ने वोट डाला यानी 98.2% मतदान हुआ।
  • 14 सांसदों ने मतदान नहीं किया – इनमें BJD (7), BRS (4), अकाली दल (1), निर्दलीय (2) शामिल थे।

मतदान के बाद माहौल बेहद रोचक बन गया था क्योंकि दोनों खेमों में संख्याबल का कड़ा मुकाबला माना जा रहा था।

नतीजे: एनडीए की ऐतिहासिक बढ़त

  • सीपी राधाकृष्णन – 452 वोट
  • बी. सुदर्शन रेड्डी – 300 वोट
  • 15 वोट अवैध घोषित

Member of Parliment Jairam Ramesh Tweet:

शुरुआती अनुमान था कि:

  • एनडीए को 422 वोट मिलेंगे।
  • इंडिया गठबंधन को 324 वोट मिलेंगे।

लेकिन असलियत में एनडीए को 30 वोट ज्यादा मिले और इंडिया को 15 वोट कम।

क्रॉस वोटिंग का रहस्य

इस चुनाव का सबसे बड़ा सवाल यही रहा – क्रॉस वोटिंग किसने की?
कांग्रेस नेता जयराम रमेश का दावा था कि विपक्ष को 315 वोट मिलेंगे। लेकिन असल में उन्हें 300 ही मिले।

भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने ट्वीट कर विपक्ष पर निशाना साधा और कहा कि “15 सांसद भाग गए, राहुल गांधी की एकजुटता फेल हो गई।”

Prime Minister Tweet

किनके सांसद टूटे हो सकते हैं?

1. ठाकरे गट

  • पहले से चर्चा थी कि एकनाथ शिंदे ने ठाकरे गट के कुछ सांसदों को अपने पाले में कर लिया है।
  • अगर ऐसा हुआ है तो एनडीए को सीधा फायदा मिला।

2. शरद पवार गट

  • शरद पवार राजनीति में अप्रत्याशित फैसलों के लिए मशहूर हैं।
  • सुप्रिया सुले ने हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात भी की थी।
  • ऐसे में शक जताया जा रहा है कि पवार गट ने एनडीए को मदद दी हो।

3. DMK (तमिलनाडु)

  • डीएमके के पास संसद में 32 सांसद हैं।
  • सीपी राधाकृष्णन तमिलनाडु से आते हैं।
  • तमिल अस्मिता को देखते हुए कुछ डीएमके सांसदों ने क्रॉस वोटिंग की हो सकती है।

4. वाईएसआर कांग्रेस

  • इनके 11 सांसद हैं।
  • पहले ये इंडिया गठबंधन के करीब थे, लेकिन हाल ही में एनडीए नेताओं से मीटिंग हुई।
  • कहा जा रहा है कि जगनमोहन रेड्डी ने एनडीए को समर्थन दिया।

विपक्ष के लिए झटका, लेकिन लड़ाई जारी

विपक्ष की तरफ से जयराम रमेश ने कहा –

  • “हमारी लड़ाई विचारों की है और जारी रहेगी।”
  • “सुदर्शन रेड्डी को 40% वोट मिले, जबकि पहले विपक्ष को सिर्फ 26% वोट मिलते थे।”

हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि आखिर विपक्ष के 15 वोट कहां गए?

निष्कर्ष

उपराष्ट्रपति चुनाव के नतीजों ने यह साफ कर दिया कि एनडीए अभी भी संख्याबल के खेल में मजबूत है।

  • सीपी राधाकृष्णन की जीत सिर्फ चुनावी नतीजा नहीं, बल्कि इंडिया गठबंधन की कमजोरी को भी उजागर करती है।
  • विपक्ष अपने सांसदों को एकजुट रखने में असफल रहा।

अब सवाल यही है –
आखिर विपक्ष के कौन से 15 सांसद टूटे?
क्या ये ठाकरे गुट के थे, पवार गुट के, डीएमके के या फिर वाईएसआर कांग्रेस के?

आपको क्या लगता है? अपनी राय नीचे कमेंट में ज़रूर बताएं।

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