Deputy CM Ajit Pawar और Lady IPS Officer Anjana Krushna के बीच तीखी बहस

Ajit Pawar viral video sparks controversy in Maharashtra as Deputy CM clashes with IPS officer Anjana Krishna over Solapur illegal excavation. Full story, details on Maratha protest, NCP’s reaction, and Anjana Krishna’s UPSC background.(Image- AI)
Source- Indialast24hr
वायरल वीडियो में क्या है?
नमस्कार, अभी आपने जो वीडियो देखा उसमें स्क्रीन पर दिख रही महिला का नाम अंजना कृष्णा है। अंजना आईपीएस अधिकारी हैं और महाराष्ट्र के सोलापुर में तैनात हैं। वहीं फोन के दूसरे ओर से जो आवाज आ रही है वह आवाज है महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजीत पवार की।
अजीत पवार फोन पर आईपीएस अधिकारी को धमकी भरे अंदाज में कह रहे हैं कि अगर तुमने एक्शन नहीं लिया तो मैं तुम्हारे ऊपर एक्शन लूंगा। तुम इतनी डेरिंग हो गई हो कि मुझे डायरेक्ट अपने नंबर पर कॉल करने के लिए कह रही हो।
बहस की पूरी कहानी
फोन पर डिप्टी सीएम और लेडी आईपीएस अधिकारी के बीच तीखी बहस की पूरी कहानी क्या है? इसके बारे में आपको बताएंगे। लेकिन पहले बहस का पूरा वीडियो देख लीजिए।
“हां तो हमको उनको मदद करने का ही चीफ मिनिस्टर आपके साथ बोल रहा हूं। मैं आपको आदेश देता हूं कि वो रुकवाओ और आप जाओ और तहसीलदार को बताओ। अजीत पवार जी का फोन आया था। डिप्टी चीफ मिनिस्टर ने मुझे कहा सब रुकवाने के लिए क्योंकि अभी मुंबई में जरा मुंबई का माहौल एकदम खराब हुआ है। उसको अपने को प्राधन्य देना है। मेरा नाम बताओ उनको।
मामला कहां का है?
दरअसल ये पूरा मामला महाराष्ट्र के सोलापुर में माड़ा तालुका के कुरडू गांव का है। यहां सड़क निर्माण में अवैध उत्खनन की शिकायत मिलने पर डीएसपी अंजना कारवाई करने पहुंची थी। मौके पर गांव वालों और अधिकारी के बीच बहस छिड़ गई।
इसी दौरान राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी यानी एनसीपी जो अभी बीजेपी के साथ सत्ता में है महाराष्ट्र में, इसी पार्टी के कार्यकर्ता जगताप ने आईपीएस अधिकारी अंजना कृष्णा की शिकायत करने के लिए डिप्टी सीएम अजीत पवार को फोन लगाया और फिर फोन आईपीएस अधिकारी को थमा दिया। इसके बाद आईपीएस अधिकारी ने डिप्टी सीएम से फोन पर बात की।
बहस क्यों बढ़ी?
बातचीत के दौरान अंजना उप मुख्यमंत्री अजीत पवार की आवाज नहीं पहचान पाई। इस पर अजीत पवार इतना नाराज हो गए। उन्होंने अपनी पहचान बताई और एक्शन रोकने को कहा। इसके पीछे उन्होंने तर्क दिया कि इस समय मुंबई में मराठा आंदोलन चल रहा है। माहौल गहमागहमी का है और यह एक्शन लेने की जरूरत अभी नहीं है।
अजीत पवार की ना सुनते ही आईपीएस अधिकारी ने कहा – “आप मेरे नंबर पर फोन कीजिए।” जिस पर अजीत पवार भड़क गए और गुस्से में कहा – “काम रोको, तुम पर एक्शन लूं क्या? इतनी डेरिंग है तुम में। नंबर दो। वीडियो कॉल कर रहा हूं। वीडियो कॉल पर तो पहचानोगी ना।”
इसके बाद अजीत पवार ने अफसर का नंबर लेकर सीधे उनके फोन पर वीडियो कॉल के जरिए बात की। वीडियो कॉल के दौरान अजीत पवार ने अधिकारी को कारवाई रोकने और तहसीलदार से बात करने का निर्देश दिया।
एनसीपी की सफाई
इस पूरे मामले पर अब एनसीपी ने सफाई भी दी है।
“यह पूरा वाकया सोलापुर जिले के माड़ा तालुका के एक गांव का है। जहां उस गांव के सारे किसान तहसीलदार द्वारा की गई कारवाई का विरोध कर रहे थे। और एक प्रोबेशनरी आईपीएस ऑफिसर अंजलि कृष्णा जी इनको जब उप मुख्यमंत्री अजीत दादा साहब ने निर्देश दिए तो उनका भी व्यवहार ठीक नहीं था।
अगर एक प्रोबेशनरी आईपीएस ऑफिसर को राज्य के उप मुख्यमंत्री कौन है यह मालूम नहीं तो वो भी गलत है। और उस वीडियो में अजीत दादा यही कह रहे थे कि कारवाई रोक दीजिए। उस प्रकार का संदेश आप तहसीलदार को भी दीजिए।
मुझे उन किसानों की भी बात जाननी है जो आक्रोश किसान व्यक्त कर रहे थे, उनकी भी बात सुनना यह लोकतंत्र के लिए जरूरी है।”
आईपीएस अंजना कृष्णा कौन हैं?
अब आपको आईपीएस अंजना कृष्णा के बारे में बताते हैं।
- अंजना महाराष्ट्र में डीएसपी करमाला हैं।
- अंजना कृष्णा 2023 बैच की आईपीएस अधिकारी हैं।
- केरल के तिरुवनंतपुरम की रहने वाली हैं।
- अंजना ने यूपीएससी 2022 के एग्जाम में ऑल इंडिया रैंक 355 हासिल की थी।
निष्कर्ष
तो यह थी पूरी कहानी। अब सवाल यह है कि आप डिप्टी सीएम और लेडी आईपीएस अफसर के बीच इस वायरल वीडियो पर क्या राय रखते हैं? हमें कमेंट बॉक्स में बताइए।