WhatsApp की कमाई: कैसे ये मुफ्त ऐप अरबों की कमाई करता है!

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WhatsApp Business Model

WhatsApp free hai lekin Facebook isse billion dollar earn karta hai. Jaane WhatsApp ka business model, data role aur future monetization plans

If You Are Not Paying for the Product, You Are the Product

डस WhatsApp मेक मनी? एक सिंपल सा सवाल जिसने मुझे उस गहरे खोज में जाने में मजबूर कर दिया जो मेरे समझ के परे था। जिसने हम में से हर किसी को अफेक्ट किया है। इस बात का मतलब समझने के लिए हमें अपने पास्ट में जाना होगा।

WhatsApp की शुरुआत

यह है साल 2009। iPhone आए अभी कुछ ही साल हुए हैं और दुनिया भर के लोग इस नए कांसेप्ट के स्मार्टफोन एप्स पर पकड़ बना रहे हैं। Facebook भी बहुत तेजी से ग्रो हो रहा है और ब्रायन एक्टर नाम के आदमी ने वहां जॉब अप्लाई किया है। पर उसे रिजेक्ट कर दिया गया। पर उसका कहना है कि वह अपनी लाइफ में आने वाले अगले एडवेंचर के लिए प्रिपेयर कर रहा है।

और वो एडवेंचर कुछ ही महीनों बाद आया। जब ब्रायन और उसके फ्रेंड जैनक को एक स्मार्टफोन ऐप का आईडिया आया जो था WhatsApp। इनिशियली इसे लोगों के स्टेटस अपडेट के लिए बनाया गया था। बट जैसे ही उन्होंने प्राइवेट मैसेजिंग को इंट्रोड्यूस किया, इस ऐप ने पॉपुलैरिटी बहुत जल्दी गेन कर ली।

क्योंकि उस टाइम पर ट्रेडिशनल टेक्स्टिंग यानी एसएमएस काफी महंगे होते थे। जबकि WhatsApp ग्लोबल इंस्टेंट मैसेजिंग ऑफर करता था वो भी कंप्लीटली फ्री।

Free Apps कैसे पैसे कमाते हैं?

नाउ फ्री एप्लीकेशनेशंस नॉर्मली इन तीन में से कोई एक तरीके से पैसे कमाते हैं। एडवरटाइजिंग, इन ऐप परचेसेस, सेलिंग योर डाटा।

पर WhatsApp फाउंडर्स को एड्स पसंद नहीं थे। उन्होंने एक्चुअली Yahoo के जॉब से रिजाइन दिया था बिकॉज़ उनके बीच डिसए्रीमेंट हो गया था एड्स को लेकर। उन्होंने ऑफिशियल WhatsApp ब्लॉग में एड्स ना पसंद करने के रीजन को भी पोस्ट किया था।

सो एड्स कोई ऑप्शन नहीं था। पर वो ऐप के फीचर्स को यूज करने के लिए लोगों से पैसे नहीं लेना चाहते थे।

$1 Fee Model

WhatsApp ने $1 फी इंट्रोड्यूस किया। कुछ कंट्रीज में लोगों को ऐप डाउनलोड करने के लिए $1 देने होते थे। वहीं कुछ में एक साल फ्री यूज करके नेक्स्ट ईयर से $1 पे करना पड़ता था।

द इंटरेस्टिंग थिंग इज किसी को फोर्सफुली $1 देने की जरूरत नहीं पड़ रही थी। अगर किसी ने एंड में रिन्यूल के लिए $1 पे नहीं किया, फिर भी WhatsApp आपको ऐप फ्री में यूज करने देता था। वो फी कम डोनेशन जैसा ज्यादा था।

Investors का रोल

पर स्ट्रेंजली दैट डिडंट मैटर। टेक कंपनीज़ की अपनी एक अलग दुनिया होती है। जहां पर आप बहुत वैल्यूुएबल हो सकते हो। फिर चाहे आप प्रॉफिटेबल ना भी हो।

WhatsApp तेजी से ग्रो करने लगा। जिससे इन्वेस्टमेंट कंपनी जैसे सिक्योर या कैपिटल उन्हें मिलियन डॉलर्स ऑफर करने लगे और उनके किसी भी टर्म्स पर एग्री करने के लिए राजी हो गए।

व्हिच मींस इन्वेस्टर्स ऐप में इंटरफेयर नहीं करेंगे ना ही उसमें एड्स डालने कहेंगे। और WhatsApp को इससे बहुत सारा फायदा होगा।

Facebook का Acquisition

Facebook ने WhatsApp को $19 बिलियन में खरीद लिया। उस टाइम पर काफी लोग इस सेल से कंफ्यूज्ड हो गए थे और बहुत सारे लोग पेड अमाउंट को लेकर सरप्राइज थे।

Facebook का असली इंटरेस्ट था यूज़र्स और उनका डाटा। जितना ज्यादा डाटा, उतना पावरफुल Facebook।

WhatsApp और Privacy Concerns

जकरबर्ग ने WhatsApp फाउंडर्स से प्रॉमिस किया था कि वो Facebook से अलग इंडिपेंडेंटली काम कर सकते हैं और उन पर मोनेटाइजेशन का कोई प्रेशर नहीं होगा।

लेकिन 2017 में WhatsApp फाउंडर ब्रायन ने Facebook के साथ कॉन्फ्लिक्ट के कारण कंपनी छोड़ दी। उन्होंने ट्वीट भी किया — It’s time to delete Facebook.

WhatsApp Business Model

अब Facebook WhatsApp से पैसे कैसे कमाता है?

  • Data Collection: Contacts, behavioral data, usage info
  • WhatsApp Business: Netflix, Uber जैसी कंपनियां WhatsApp API यूज़ करती हैं
  • Ads on Status: आने वाले समय में स्टेटस सेक्शन में एड्स

Alternatives: Signal vs Telegram

ब्रायन ने बाद में Signal लॉन्च किया — एक non-profit, privacy-focused messenger.
Telegram भी ग्रो कर रहा है लेकिन WhatsApp जितना secure नहीं है।

The Core Truth

WhatsApp की असली वैल्यू हमेशा डेटा ही है।
और जैसा वीडियो में कहा गया —

अगर आप प्रोडक्ट के लिए पे नहीं कर रहे तब आप खुद प्रोडक्ट हैं।

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