नागपंचमी 2025, 29 July: नाग देवता की पूजा क्यों की जाती है? सरल भाषा में समझें

Synopsis:
नागपंचमी एक पवित्र हिंदू त्योहार है जो श्रावण महीने की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन नाग देवता (साँप) की पूजा की जाती है। लोग उन्हें दूध चढ़ाते हैं, सुरक्षा और समृद्धि की कामना करते हैं, और साँपों को मारने से परहेज़ करते हैं।
इस दिन का महत्व इसलिए भी है क्योंकि:
- साँप भगवान शिव के गले में रहते हैं।
- भगवान कृष्ण ने इसी दिन कालिया नाग को हराया था।
- यह त्योहार प्रकृति और जीव-जंतुओं के प्रति सम्मान की भावना को बढ़ाता है।
नागपंचमी का सार:
यह त्योहार हमें सिखाता है कि प्रकृति के हर जीव का सम्मान करना चाहिए, चाहे वह ज़हरीला ही क्यों न हो।
नागपंचमी क्यों मनाते हैं?
नागपंचमी एक हिंदू त्योहार है। यह त्योहार साँपों (नाग देवता) की पूजा के लिए मनाया जाता है। इस दिन लोग साँपों को दूध चढ़ाते हैं और उनसे सुरक्षा की प्रार्थना करते हैं।
कब मनाई जाती है?
- नागपंचमी हर साल श्रावण महीने की पंचमी तिथि (पाँचवां दिन) को मनाई जाती है।
- यह आमतौर पर जुलाई या अगस्त में आता है।
क्यों करते हैं साँपों की पूजा?
- साँप भगवान शिव के गले में होते हैं।
इसलिए उन्हें बहुत पवित्र माना जाता है। - साँप खेतों और गाँवों में दिखाई देते हैं
इस दिन लोग उन्हें दूध देकर शांत करते हैं ताकि वे किसी को नुकसान न पहुँचाएँ। - कहानी के अनुसार भगवान कृष्ण ने इस दिन कालिया नाग को हराया था
इसलिए यह दिन खास माना जाता है।
लोग इस दिन क्या करते हैं?
- नाग देवता की पूजा करते हैं।
- दूध और फूल चढ़ाते हैं।
- कुछ लोग उपवास रखते हैं (भूखे रहते हैं)।
- साँप को मारने से मना किया जाता है।
- घर की दीवारों पर साँप की तस्वीरें बनाई जाती हैं।
क्यों जरूरी है नागपंचमी?
- साँप ज़हरीले होते हैं लेकिन वे प्रकृति के लिए बहुत ज़रूरी होते हैं।
- इस दिन उन्हें पूजा करके हम प्रकृति और जानवरों का सम्मान करना सीखते हैं।
सरल बात में:
नागपंचमी का मतलब है — साँपों का दिन।
हम उन्हें दूध चढ़ाकर प्रार्थना करते हैं कि वे हमें न काटें और हमारी परिवार की रक्षा करें।